Friday, 31 March 2017
Thursday, 30 March 2017
Wednesday, 29 March 2017
Tuesday, 28 March 2017
Monday, 27 March 2017
Sunday, 26 March 2017
नवरात्र में माता दुर्गा स्वयं देती हैं संकेत की आपकी मनोकामना पूर्ण होगी या नहीं - जानें कैसे
नवरात्र के प्रथम दिवस को लाल वस्त्र मे अपनी ३ मनोकामना बोलकर ३ लौंग बांधकर माँ के चरनो मे समर्पित करें और निम्नलिखित मन्त्र का १०-१५ मिनिट तक जाप करे। मन्त्र इस प्रकार है :-
“ॐ ह्रीं कामना सिद्ध्यर्थे स्वाहा”
दूसरे दिन सुबह पवित्र होकर लाल वस्त्र मे देखें की कितनी लौंग बची हुयी है,अगर सारी लौंग गायब हो जाए तो समझ लीजिये की आपकी सभी तीन मनोकामनाएं अवश्य पूर्ण होंगी। यह उपाय रात्रि मे ११:३६ से आरम्भ करें।
Saturday, 25 March 2017
Friday, 24 March 2017
Thursday, 23 March 2017
Wednesday, 22 March 2017
Friday, 17 March 2017
पुत्र लाभ, धन रक्षा, श्रेष्ठतम व्यापार, शत्रुओं पर विजय, ऐश्वर्यमय जीवन आदि के लिए सिर्फ आठ दिनों में सिद्ध करें माता धूमावती का यह सरल मन्त्र
कैसी भी मनोकामना हो , माता धूमावती का यह मन्त्र सिद्ध करके बहुत ही सरलता से पूर्ण की जा सकती है बस आपके मन में श्रद्धा और विश्वास का होना आवश्यक है। पुत्र लाभ, धन रक्षा, श्रेष्ठतम व्यापार, शत्रुओं पर विजय, ऐश्वर्यमय जीवन आदि प्राप्त करने के लिए इस मन्त्र का उपयोग किया जाता है I
यह मन्त्र तुरंत फलदायी और अचूक हैI मन्त्र इस प्रकार है :-
मन्त्र :- धूं धूं धूमावती ठ: ठ: I
विधि : धूमावती यन्त्र एवं माता के चित्र के सम्मुख चितकबरे आसन पर बैठकर रात्रिकाल में आठ दिनों में इस मन्त्र के सवा लाख जाप करें I साधना काल में तन और मन की पवित्रता बनाये रखें। हिंसा , क्रोध , ईर्ष्या , लोभ , छल , पाखंड तथा दिखावा आदि से दूर रहकर अत्यंत शुद्ध मन से भक्ति पूर्वक यह साधना करें अत्यंत शीघ्र लाभ स्वयं द्रष्टिगोचर हो जायगा।
क्या आपको पूजा या साधना या मन्त्र जप का फल नहीं मिल रहा - पूजा या साधना का कई गुना फल प्राप्त करें
पूजा एवम जप तो हम सभी करते हैं कुछ निष्काम पूजा करते है तो अधिकतम लोग सकाम पूजा करते है अर्थात किसी विशेष मनोकामना की पूर्ति के लिए पूजा एवम जप आदि करते हैं। किन्तु यदि इस पूजा एवम जप में शास्त्रों द्वारा निर्धारित मानकों को ध्यान में रखा जाये तो फल शीघ्र एवम अवश्य ही प्राप्त होता है।
इसमें प्रमुख हैं :-
१- साधना का समय
२:- माला
३:- आसन
१- साधना का समय :-
प्रत्येक साधना के आरम्भ से समाप्ति तक शास्त्रो में समय निर्धारित है। पूर्ण फल प्राप्ति के लिए पूजा या साधना के मुहूर्त को ध्यान में रखकर सही समय पर ही आरम्भ और समापन करना चाहिए।
२:- माला
प्रत्येक जप के लिए विशेष माला निर्धारित है और हमेशा अपनी मनोकामना के अनुरूप ही माला का चयन करना चाहिए। जैसे :-
- तन्त्र सिद्धि के लिए शमशान में लागे हुए धतूरे की माला सर्वश्रेष्ठ होती है।
- सभी सिद्धियों के लिए, सभी मंत्रों के लिए रुद्राक्ष की माला प्रयोग कर सकते हैं।
- महालक्ष्मी की प्राप्ति के लिए कमलगट्टे की माला प्रयोग करनी चाहिए।
- पाप नाश के लिए कुशमूल की माला से जाप करना चाहिए।
- भक्ति की प्राप्ति के लिए या मोक्ष प्राप्ति के लिए तुलसी की माला प्रयोग करनी चाहिए।
- वशीकरण से संबंधित कार्यों में मूंगे की माला से जाप करना चाहिए।
- पुत्र प्राप्ति के लिए पुत्रजीवा की माला से जाप करें।
- नौकरी की प्राप्ति के लिए लाल हकीक की माला से जाप करें।
- विद्या प्राप्ति के लिए स्फटिक माला से मन्त्र जपें।
३:- आसन
मन्त्र एवं साधनाओं में आसन का भी अपना विशिष्ट महत्व है और इसे नज़र अंदाज करके आप सिद्धि की प्राप्ति नहीं कर सकते।
आईये जानिए कौन सा आसन दे सकता है आपको सिद्धि :-
- कामना सिद्धि के लिए ऊनी वस्त्र का आसन
- धन प्राप्ति के लिए रेशम का आसन
- ज्ञान प्राप्ति के लिए कुशासन
- शत्रु नाश के लिए व्याघ्र आसन
- सफलता के लिए मृगचर्म आसन
- सन्तान के लिए कुशासन
- गृहस्थ सुख के लिए ऊन का आसन
- शीघ्र विवाह के लिए लाल रेशम का आसन
- भाग्योदय के लिए लाल कम्बल का आसन
- सभी साधनाओं के लिए काले कम्बल का आसन
Thursday, 16 March 2017
सिर्फ पाँच लाइनों का अतिदुर्लभ गणपति स्त्रोत - कोई भी सांसारिक मनोरथ ऐसा नहीं जो इसके पाठ से सिद्ध न हो सके - आजम कर देखें
प्रथम पूज्य भगवान श्री गणेश स्वयं मंगल मूर्ति हैं और दुनिया में ऐसा कोई मनोरथ नहीं है जिसकी पूर्ति भगवान श्री गणेश की कृपा से न हो सके। यदि आपके मन में भी कोई ऐसा मनोरथ हो या बच्चों से संबधित कोई समस्या हो तो सभी समस्या हेतु यह सर्वतारण उपाय है। जैसे बच्चे न होना या जीवित न रह पाना बच्चा मंद बुद्धि पढ़ने मे पीछे हो, यह विशेष मंत्र बच्चों को रोजगार व्यवसाय प्रदान कर भटकाव भ्रम से मुक्त करता है। इस मंत्र का जाप
बच्चे युवा एंव उनके माता पिता कर सकते है।
स्त्रोत -
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एकदंष्ट्रोत्कटो देवो गजवक्त्रो महाबल:।
नागयज्ञोपवीतेन नानाभरण भूषित:॥
सवार्थसम्पद् उध्दारो गणाध्यक्षो वरप्रद:।
भीमस्य तनयो देवो नायकोsथ विनायक:॥
करोतु मे महाशांति भास्करार्चनतत्पर:॥
विधि -
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किसि भी शुक्ल पक्ष की चर्तुथी तिथि को प्रथमपूज्य भगवान गणपति जी
के श्री विग्रह का पंचोपचार पूजन करके इस स्त्रोत का प्रतिदिन बारह बार
पाठ करे।
ध्यान रहे भगवान श्री गणेश को मोदक और दुर्वा अतिप्रिय है इसलिए यथा संभव विशेष प्रयास करके स्तोत्र पाठ के पहले या बाद में दुर्वा और मोदक अवश्य ही अर्पित करें।
चांदी का ठोस हाथी बना देगा मालामाल - आपकी औकात और हैसियत में दस गुना से भी ज्यादा वृद्धि करने वाला सरल उपाय
यदि आप अत्यधिक धनवान बनना चाहते हैं तो यह सरल उपाय बहुत ही कारगर और प्रभावशाली है। हाथी को भगवान् श्री गणेश का प्रतीक माना जाता है। हाथी पलना भी बहुत ही शुभ होता साथ ही समृद्धि का प्रतीक भी होता है किन्तु हाथी पलना सभी के लिए संभव नहीं है। इस स्थिति में घर में चांदी का ठोस हाथी रखना अत्यंत फलदाई माना गया है। चाँदी का ठोस हाथी घर की सुंदरता तो बढ़ाता ही है साथ ही वास्तु के अनुसार कई वास्तु दोषों को भी दूर करता है। ज्योतिष के अनुसार चाँदी का ठोस हाथी घर में रखने से राहु और केतु का बुरा प्रभाव नहीं रहता, साथ ही व्यक्ति के व्यापार और नौकरी में उन्नति होती रहती है। और यह आपकी औकात और हैसियत में कम समय में ही कई गुना वृद्धि कर देता है। यदि आप आर्थिंक रूप से इतने सक्षम हैं की चाँदी का ठोस हाथी खरीद सकें तो यह उपाय अवश्य ही करना चाहिए यकीन मानिये रातों रात आपकी समृद्वि कई गुना बढ़ जायगी। आप इसे घर की बैठक , ड्राइंग रूम या ऑफिस में भी रख सकते हैं। उत्तर दिशा इस कार्य के लिए सर्वोत्तम होती है।
Wednesday, 15 March 2017
Thursday, 9 March 2017
होलिका दहन पर करें मटकी का यह आसान टोटका - धन समृद्धि की होगी वर्ष भर वर्षा
होली का यह सबसे आसान लेकिन अनोखा टोटका है। जिस स्थान पर होली जलाई जाती रही हो, वहां पर होली जलने से एक दिन पहले की रात में एक मटकी में गाय का घी, तिल का तेल, गेहूं और ज्वार तथा एक तांबे का पैसा रखकर मटकी का मुंह बंद करके गाड़ आएं। रात्रि में जब होली जल जाए, तब दूसरे दिन सुबह उसे उखाड़ लाएं। फिर यह सारी वस्तुएं पोटली में बांधकर जिस जगह रख दी जाएगी वहां समृद्धि रूक जाएगी। घर में फिर किसी चीज की कभी कमी नहीं होगी। मटकी को भी घर में ही रखें। उसमें कोई पौधा लगा लें। यह उपाय हर साल नियम पूर्वक करते रहें।
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