यदि अनेक प्रयत्त्नों के उपरान्त भी बिक्री नहीं बढ़ रही हो तो किसी भी महीने के शुक्लपक्ष के प्रथम गुरूवार से यह प्रयोग करें। व्यापार स्थल के मुख्य द्वार के एक कोने को गंगाजल से धो कर स्वच्छ -शुद्ध कर लें। इसके पश्चात हल्दी से स्वस्तिक बना लें और उस पर चने की थोड़ी -सी दाल और गुड़ रख दें। इसके पश्चात स्वस्तिक को बार -बार न देखें । इस प्रक्रिया को कम से कम 11गुरूवार अवश्य करें। पहले चढ़ाए हुए गुड़ और दाल को मंदिर में चढ़ा दें।
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