पारद रुद्राक्ष |
पारद रुद्राक्ष.....पारद भगवान भोलेनाथ के शरीर से उत्पन्न श्रेष्ठतम वीर्य रस है | रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शंकर की आँखों के जलबिंदु से हुई है। एवं रुद्राक्ष का स्पदंन व्यक्ति के शरीर के चारो तरफ ऊर्जा का एक सुरक्षा कवच बना देता है। इसके चमत्कारी परिणाम मिलते हैं।
पारद रुद्राक्ष धारण करने से अनेक मानसिक और स्वास्थ्य लाभ है। व्यक्ति के मन से हीनता/निराशा/आलस्य समाप्त होता है, कई बार प्रसव अथवा किसी अन्य स्त्री रोग के कारण स्त्रियों का शरीर बेडौल हो जाता है, पेट पर लकीरें खिंच जाती हैं अथवा पेड़ू प्रदेश शिथिल पड़ जाता है. पारद रुद्राक्ष का स्पर्श शरीर को स्वस्थ कर देता है। स्वास्थ्य के लिए पारद रुद्राक्ष मधुमेह, दमा, रक्तचाप,कमर/जोड़ो दर्द,तिल्ली और दिल की बीमारियों का बहुत शक्तिशाली इलाज है।
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