यदि शनि की साढ़ेसती या ढैया चल रही हो अथवा शनि सातवें भाव में होकर विवाह में करा रहा हो विलम्ब तो बाँसुरी का यह प्रयोग दिलाता है दोष से मुक्ति
यदि किसी व्यक्ति की जन्मकुण्डली में शनि सातवें भाव में अशुभ स्थिति में होकर विवाह में देर करवा रहे हो, अथवा शनि की साढ़ेसती या ढैया चल रही हो, तो एक बाँसुरी में चीनी या बूरा भरकर किसी निर्जन स्थान में दबा देना लाभदायक होता है इससे इस दोष से मुक्ति मिलती है.
No comments:
Post a Comment