फेंगशुई में विभिन्न दिशाओं से अपेक्षित लाभ प्राप्त करने के लिए विभिन्न विंड चाइम्स अथवा पवन घंटियों के उपयोग की सलाह दी गई हे। इन विंड चाइम्स में रॉड्स की संख्या अलग-अलग दिशाओं हेतु अलग-अलग निर्धारित की गई है। साथ ही, फेंगशुई में यह भी बताया गया है कि किस दिशा में किस तत्व से बनी विंड चाइम लटकानी चाहिए।
फेंगशुई की धारणा अनुसार उत्तर दिशा, पश्चिम दिशा एवं उत्तर-पश्चिम दिशाओं में धातु से बनी विंड चाइम लटकाना उचित रहता है। घर के केंद्र में एवं उत्तर-पूर्व दिशा में सैरैमिक से निर्मित विंड चाइम लटकाना उचित बताया गया है। घर की पूर्व, दक्षिण-पूर्व दिशा एवं दक्षिण दिशा में लकड़ी की विंड चाइम का प्रयोग उचित बताया गया है। धातु से निर्मित विंड चाइम का प्रयोग शौचालय, रसोईघर एवं शयन कक्ष में वर्जित है।
फेंगशुई की धारणा अनुसार यदि घर की दक्षिण दिशा में लकड़ी से निर्मित नौ रॉड्स वाली विंड चाइम लटकाई जाए तो ऐसा करने से ख्याति की प्राप्ति होती है।
किसी भी भवन अथवा परिसर की उत्तर दिशा कैरियर की दिशा है। फेंगशुई की धारणा अनुसार यदि इस दिशा में छह खोखली रॉड्स वाली धातु की विंड चाइम लटकाई जाए तो ऐसा करने से कैरियर सम्बन्धी सफलता प्राप्त होती है।
फेंगशुई की धारणा अनुसार यदि घर की पश्चिम दिशा में धातु की बनी हुई सात खोखली रॉड्स वाली विंड चाइम लटकाई जाए तो ऐसा करने से बच्चों के स्वास्थ्य एवं भविष्य के लिए उत्तम रहता है।
घर, कार्यालय अथवा कमरे की उत्तर-पश्चिमी दिशा में धातु की छह या आठ खोखली रॉड्स वाली विंड चाइम लटकाने से फेंगशुई की धारणा अनुसार मित्रों से सहायता मिलती है।
फेंगशुई की धारणा अनुसार घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा में क्रिस्टल से बनी नौ खोखली रॉड्स वाली विंड चाइम लटकाने से प्रसिद्धि बढ़ती है।
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