आयुर्वेद में वर्णित 'त्रिफला' का एक अंग 'बहेड़ा' सहज सुलभ फल है। इसका पेड़ बहुत बड़ा, महुआ के पेड़ जैसा होता है। रवि-पुष्य के दिन इसकी जड़ और पत्ते लाकर पूजा करें, तत्पश्चात् इन्हें लाल वस्त्र में बांधकर भंडार, तिजोरी या बक्से में रख दें। यह टोटका भी बहुत समृद्धिशाली है। इसको रखने के बाद कभी भी अपवित्र हाथों से इसे नही छुए। इसका प्रभाव एक वर्ष तक रहता है अतः अगले वर्ष इसे बदल दें और बताई गयी विधि से नई पोटली बना कर रख दें।
Thursday, 21 April 2016
रंक को भी राजा बनाने वाला सरल उपाय - लाल वस्त्र में बांधकर बहेड़ा को इस प्रकार रख दें तिजोरी में फिर देखें इसका समृद्धिशाली प्रभाव
आयुर्वेद में वर्णित 'त्रिफला' का एक अंग 'बहेड़ा' सहज सुलभ फल है। इसका पेड़ बहुत बड़ा, महुआ के पेड़ जैसा होता है। रवि-पुष्य के दिन इसकी जड़ और पत्ते लाकर पूजा करें, तत्पश्चात् इन्हें लाल वस्त्र में बांधकर भंडार, तिजोरी या बक्से में रख दें। यह टोटका भी बहुत समृद्धिशाली है। इसको रखने के बाद कभी भी अपवित्र हाथों से इसे नही छुए। इसका प्रभाव एक वर्ष तक रहता है अतः अगले वर्ष इसे बदल दें और बताई गयी विधि से नई पोटली बना कर रख दें।
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