यह प्रयोग साधना मात्र तीन दिन की है, इस साधना से आपको अपने जीवन के सभी प्रकार के भौतिक सुख प्राप्त होंगे। आपकी सभी कामनाओं जैसे अच्छा स्वास्थ्य, पत्नी-सुख, धन-सम्पत्ति, स्वयं का मकान, संतान-सुख, भाग्योदय, व्यापार वृद्धि, नौकरी में उन्नति आदि की पूर्ति होगी।
शुक्लपक्ष के किसी भी बुधवार को यह साधना प्रारंभ की जा सकती है। अखंड लक्ष्मी-यंत्र को स्थापित कर सर्वप्रथम यदि संभव हो तो गंगा जल या पवित्र जल से स्नान करें और फिर केसर तिलक लगाएं, सफेद फूल-माला अर्पित कर शुद्ध देशी घी का दीपक तथा धूप दिखाएं तथा खोए की मिठाई (सफेद) का भोग लगाएं। तदुपरांत स्फटिक की माला से निम्न मंत्र का जाप ग्यारह माला करें।
ऊँ ह्रीं अष्ट लक्ष्म्यै नमः।
तीन दिनों की साधना के पश्चात् यंत्र को पूजा-स्थल अथवा अपनी तिजोरी में रखें। आपको आश्चर्यजनक सफलता प्राप्त होगी तथा लक्ष्मी जी अखण्डित रूप से आपके यहां निवास करेंगी।
अखंड लक्ष्मी-यंत्र ki image ya yantra kaha milta hai kripaya bataye
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