" देहि सौभाग्यं आरोग्यं देहि मे परमं सुखम
रूपम् देहि़ जयम् देहि यशो देहि द्विषो जहि। "
उपरोक्त मंत्र की एक माला प्रतिदिन जपने से प्राकृतिक रूप से सौंदर्य में वृद्धि होती है एवं सौभाग्य और आरोग्य की प्राप्ति भी होती है। जप किसी शुभ मुहर्त से आरम्भ करना चाहिए और कम से कम एक माला प्रतिदिन करना चाहिए।
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