किसी भी शुक्रवार को संध्याकाल में एक नया ताला क्रय करें तथा ताले को खोलें नहीं ताला ठीक है या नहीं जांचने के लिए भी नहीं इसके उपरांत ताले को साधक अपने शयन कक्ष में रख दे। अगले दिन शनिवार की संध्याकाल में उस ताले को लेकर किसी मंदिर में जाएं , पूजा - अर्चना करने के बाद उस ताले को मंदिर में ही छोड़ दें। मंदिर का पुजारी जब भी उस ताले को खोलेगा या प्रयोग करेगा आपका भाग्य भी उसी क्षण खुल जायगा और साधक को तत्काल माँ लक्ष्मी की कृपा दृष्टि प्राप्त होगी।
Friday, 19 February 2016
शुक्रवार को बंद ताले से खोलें अपनी किस्मत और धन प्राप्ति के मार्ग - अत्यंत सरल व प्रामाणिक उपाय
किसी भी शुक्रवार को संध्याकाल में एक नया ताला क्रय करें तथा ताले को खोलें नहीं ताला ठीक है या नहीं जांचने के लिए भी नहीं इसके उपरांत ताले को साधक अपने शयन कक्ष में रख दे। अगले दिन शनिवार की संध्याकाल में उस ताले को लेकर किसी मंदिर में जाएं , पूजा - अर्चना करने के बाद उस ताले को मंदिर में ही छोड़ दें। मंदिर का पुजारी जब भी उस ताले को खोलेगा या प्रयोग करेगा आपका भाग्य भी उसी क्षण खुल जायगा और साधक को तत्काल माँ लक्ष्मी की कृपा दृष्टि प्राप्त होगी।
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