रविवार या मंगलवार या रविपुष्य योग में यह प्रयोग करे - अंकोल के तेल में (अंकोल को ' अंकोहर ' भी कहते हैं , इसके बीजों से तेल निकाला जाता है ) गुज्जा - मूल को घिसकर आँखों में काजल की भाँति लगाएं। यह अंजन दिव्य द्रष्टि दायक होता है और यदि पृथ्वी में आस पास ही कोई गुप्त धन गड़ा हुआ है तो वह इस प्रयोग से दिखाई देने लगता है। जो लोग पुराने घरों में रहते हैं या जिनके पूर्वजों के पास पर्याप्त सोना - चांदी था वो इस प्रयोग को करके घर में छुपे धन का आसानी से पता लगा सकते सकते हैं क्युंकि पुराने ज़माने में लोग चोर लुटेरों के डर से बहुमूल्य रत्न व सोना - चांदी जमीन में गाड़ देते थे।
Saturday, 20 February 2016
दिव्य द्रष्टि दायक गुप्त धन को द्रष्टिगोचर कराता है यह अतिविशिष्ट प्रयोग - छुपे या गड़े धन की जानकारी के लिए रविवार को करें यह अतिविशेष उपाय
रविवार या मंगलवार या रविपुष्य योग में यह प्रयोग करे - अंकोल के तेल में (अंकोल को ' अंकोहर ' भी कहते हैं , इसके बीजों से तेल निकाला जाता है ) गुज्जा - मूल को घिसकर आँखों में काजल की भाँति लगाएं। यह अंजन दिव्य द्रष्टि दायक होता है और यदि पृथ्वी में आस पास ही कोई गुप्त धन गड़ा हुआ है तो वह इस प्रयोग से दिखाई देने लगता है। जो लोग पुराने घरों में रहते हैं या जिनके पूर्वजों के पास पर्याप्त सोना - चांदी था वो इस प्रयोग को करके घर में छुपे धन का आसानी से पता लगा सकते सकते हैं क्युंकि पुराने ज़माने में लोग चोर लुटेरों के डर से बहुमूल्य रत्न व सोना - चांदी जमीन में गाड़ देते थे।
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